कोतवाली पर पथराव मामले में मोहन सरकार का बड़ा एक्शन: हाजी शहजाद अली के आलीशान ‘महल’ को मिट्टी में मिलाया; कारों को बुलडोजर से रौंदा, आरोपियों का निकाला जुलूस…
अरविन्द जैन

छतरपुर कोतवाली पर पथराव मामले में सीएम मोहन यादव की सख्ती के बाद 24 घंटों में कड़ा एक्शन लिया गया है। पुलिस प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ज्ञापन देने थाने पहुंची भीड़ का नेतृत्व करने वाले हाजी शहजाद अली के आलीशान बंगले के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाया है। साथ ही पथराव करने वाले ५० से अधिक आरोपियों का शहर में जुलूस निकाला गया

छतरपुर गुरुवार की दोपहर 12 बजे कार्रवाई शुरू करते हुए कोतवाली मामले में भीड़ का नेतृत्व करने वाले हाजी शहजाद अली के मकान के अवैध हिस्से पर प्रशासनिक बुलडोजर चलाया गया। इस दौड़ान एडीएम, एएसपी, एसडीएम, पुलिस और जाजस्व विभाग के अफसरों की टीम बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद है। भारी पुलिसबली की निगरानी में ये कार्रवाई की जा रही है।
आपको बता दें कि, मामले ने उस समय तूल पकड़ा, जब महाराष्ट्र के नासिक में स्थित पंचाले गांव में एक प्रवचन के दौरान महंत रामगिरि महाराज ने पैगम्बर मोहम्मद साहब के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसपर देशभर में मुस्लिम समुदाय का नाराजगी देखी जा रही है। इसी के चलते बुधवार को छतरपुर में मुस्लिम समुदाय के लोग कार्रवाई की मांग करते हुए शहर के कोतवाली थाने पहुंचे। शहर की भीड़ का नेत्रत्व सैय्यद हाजी अली और जावेद अली कर रहे थे।

थाने में भीड़ के साथ किया था उपद्रव
विवादित टिप्पणी के मामले में भीड़ हाजी शहजाद अली के नेतृत्व में ही थाने पहुंची थी। इसके बाद छतरपुर जिले के कोतवाली थाने को घेरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। भीड़ देखते ही देखते आक्रामक हो गई है और पत्थरबाजी करने लगी। 10 मिनट तक पत्थरबाजी करती रही। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। कोतवाली थाने के प्रभारी को गंभीर चोट लगी है। पुलिस के अनुसार हाजी शहजाद अली ही आंदोलन का नेतृत्व कर रहा था। पुलिस ने 50 लोगों पर नामजद एफआईआर की है। साथ ही 200 अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया है।

5 करोड़ से अधिक थी कीमत
हाजी शहजाद अली का घर इलाके में बेहद खास था। वह उस इलाके का सबसे बड़ा नेता था। घर की कीमत 5 करोड़ से अधिक थी। दूर से ही यह अलग दिखता था। प्रशासन की टीम जब कार्रवाई करने पहुंची तो कोई विरोध करने भी नहीं आया।




पथराव में TI समेत 3 पुलिसकर्मी घायल
दोनों के साथ सैकड़ों लोगों की भीड़ ज्ञापन देने कोतवाली पहुंची थी। इस दौरान समाज के लोगों ने चौक बाजार को जाम कर यहां जमकर नारेबाजी की। साथ ही रामगिरी महाराज के खिलाफ केस दर्ज कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हालांकि, यहां अचानक कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद शहर की भीड़ ने कोतवाली का घेराव कर दिया और देखते ही देखते मौके पर पथराव शुरु हो गया, जिसकी चपेट में आकर कोतवाली थाना प्रभारी अरविद कुंजुर समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।


ज्ञापन सौंपते समय बिगड़ी स्थितियां

बताया जा रहा है कि घटना क्रम उस समय हुआ, जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी समाज की ओर से आए प्रतिनिधि मंडल से बातचीत कर ज्ञापन ले रहे थे। इसी दौरान अचानक भीड़ में मौजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने उपद्रव के उद्देश्य से पथराव कर दिया, जिसके चलते मौके पर भगदड़ मच गई। इस घटना में टीआई समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं, पुलिस ने फिलहाल, मामले में 150 से अधिक आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज मामले की जांच शुरु कर दी है, जबकि 46 लोगों के नामजद मामला दर्ज किया जा चुका है। वहीं, शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।

सागर कमिश्नर और आईजी ने छतरपुर का दौरा किया
सागर कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र रावत एवं आईजी प्रमोद वर्मा ने छतरपुर शहर का दौरा किया। उन्होंने जिला अस्पताल पहुंचकर गत बुधवार को कोतवाली थाने में पथराव होने से घायल पुलिस जवानों के बेहतर उपचार की जानकारी ली और हाल चाल जाना। इस दौरान डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। तदुपरांत कोतवाली थाने का निरीक्षण कर अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने जिला एवं पुलिस प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए की पथराव में संलिप्त सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। एक भी आरोपी को नही बक्सा जाए।