The poor condition of the PHE department | पीएचई विभाग की खस्ता हालत: वाहनों के रबर के ट्यूब बांधकर जोड़ें जा रहे पाइपलाइन के लीकेज – Ujjain News

शहर में एक तरफ जहां रोजाना जलप्रदाय होने के लिए मांग बढ़ रही है, वहीं नगर निगम के अंतर्गत आने वाले पीएचई विभाग संधारण कार्य भी नहीं करवा पा रहा। एक दिन छोड़कर हो रहे जलप्रदाय में भी अगर कहीं पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो रही है, तो वहां सुधार कार्य करवाने की
.
पीएचई विभाग की हालत इतनी खस्ता हो गई है कि संधारण कार्य करने की भी राशि नहीं है, इसलिए टंकी प्रभारी साइकिल और बाइक के ट्यूब से पाइपलाइन को बांधकर जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। बुधवार को क्षीरसागर टंकी क्षेत्र में दो दिन से चल रहे लीकेज को जोड़ने का कार्य किया गया, लेकिन संधारण दल के पास सामग्री ही नहीं थी, जिससे कि सही तरीके से मेंटेनेंस कर सकें। इसके चलते टंकी प्रभारी द्वारा बाइक का ट्यूब उपलब्ध कराया गया व जिसे लपेटकर लीकेज को अस्थाई रूप से बांध दिया गया। इसका एक कारण यह है कि संधारण का काम लेने वाली एजेंसीज काम नहीं करना चाहती।
जब जलप्रदाय में इस तरह की कोई छोटी परेशानी आती है तो उसे सही करवाने की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता। एजेंसियां भुगतान नहीं होने की बात करके काम नहीं करती व विभाग को संधारण के लिए भुगतान नहीं हो पाता। ऐसे में प्रभारियों को जो समाधान मिलता है, वह करके जलप्रदाय चालू रखने का प्रयास किया जाता है।
लीकेज के कारण पूरी क्षमता से नहीं पहुंच पा रहा घर तक पानी
शहरवासियों की जरूरत की तुलना में गंभीर डैम की क्षमता काफी कम है व ऐसे में पानी हमारे लिए अमूल्य है और अगर इन डैमेज का सही से सुधार नहीं होता है तो सप्लाई किया पानी लीकेज के कारण घरों तक पूरी क्षमता से पहुंच ही नहीं पाएगा। जल सप्लाई पाइपलाइन सालों पुरानी हैं और जगह-जगह से जर्जर हो रही है, जिसे बदलना तो छोड़ें ठीक भी नहीं करवाया जा रहा, पूरी जलप्रदाय व्यवस्था पर यह एक संकट है, जिससे बचने के लिए नए उपकरण और संसाधन आने तक मेंटेनेंस सही से होना बहुत जरूरी है।
संधारण करने के लिए टेंडर दिए
^संधारण करने के लिए टेंडर दिए हैं। अभी किसी ने काम लिया नहीं। आयुक्त को देखना चाहिए कि व्यवस्था क्यों नहीं हो पा रही। सभी जगह स्टैंड बाय व्यवस्था शुरू कर दी जाए तो रोजाना जलप्रदाय की परेशानियां हल हो सकती हैं। प्रकाश शर्मा, जलकार्य और सीवरेज प्रभारी
Source link