मध्यप्रदेश

Suddenly a call came; a brain dead person has a kidney | सिरदर्द से शुरू हुई तकलीफ किडनी तक पहुंची: 15 मिनट में लिया किडनी ट्रांसप्लांट का निर्णय, इंदौर की प्रोफेसर की कहानी – Indore News

इंदौर9 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

प्रो. फरहत खान।

पांच साल पहले मेरी दोनों किडनियां खराब हो गई थी। दो साल बाद डायसिसिस पर आ गई। हफ्ते में तीन डायलिसिस होता था। हर बार चार घंटे डायलिसिस की पीड़ा मैं बयां नहीं कर सकती। खाने-पीने की इच्छा नहीं होती थी। दिनभर हाथ दु:खता था। मैं अंदर से खोखली हो गई थी। डॉक्टरों ने कहा कि अब सिर्फ ट्रांसप्लांट ही विकल्प है। इससे ही आराम मिल सकता है। इसके लिए एक साल इंतजार करना पड़ सकता है। आठ महीने बीत चुके थे और इस दौरान एक भी ग्रीन कॉरिडोर नहीं बना। फिर एक दिन अचानक डॉक्टर का फोन आया। उन्होंने कहा कि एक ब्रेन डेड की किडनी है। आप 15 मिनट में निर्णय ले लीजिए। मैंने तुरंत पति और रिश्तेदारों से बात की। हम 20 मिनट में हॉस्पिटल पहुंच गए। फिर से सारी जांचें हुई और अगले दिन ट्रांसप्लांट हो गई। अब मैं स्वस्थ हूं।

यह कहानी श्रीनगर कॉलोनी निवासी प्रो. फरहत खान (50) की है।


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!