Khajuraho Dance Festival:नृत्य की लय गतियों में खजुराहो में आनंद की अनुभूति, समारोह का पांचवा दिन – On Fifth Day Of Khajuraho Dance Festival There Was A Sense Of Joy In Rhythmic Movements Of Dance In Khajuraho

छतरपुर जिले में शुक्रवार को खजुराहो नृत्य समारोह का पांचवां दिन रहा। खजुराहो के विस्तीर्ण मंच पर विभिन्न शैलियों के नृत्यों को अपनी देह में समाए नर्तक और नर्तकियों ने देह गतियों को प्रस्तुत किया। इस दौरान हर तरफ आनंद छा गया। शुक्रवार को कथकली, कथक और भरतनाट्यम के वैभव की चमक दमक में रसिक आनंदित होते रहे। समकालीन नृत्यभावों के जरिए सभी कलाकारों ने दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ी।
समारोह की शुरुआत आकाश मलिक और रुद्र प्रसाद राय की कथकली तथा समकालीन नृत्य की युगल प्रस्तुति से हुई। आकाश और रुद्र की जोड़ी ने इस नृत्य में महाभारत से भीम और हनुमान के संवाद की लीला को पेश किया। भीम को अपने बलशाली होने पर अभिमान होता है, जिसे बुजुर्ग हनुमान ध्वस्त करते हैं। महाभारत की यह कथा सभी ने सुनी और पढ़ी है। हनुमान जंगल में बैठे तपस्यारत हैं, भीम उनकी तपस्या को बाधित करते हैं। अपने को बलशाली होने का भीम को घमंड है, जिसे हनुमानजी तोड़ देते हैं। आकाश ने इस नृत्य संयोजन में हनुमान और रुद्र ने भीम की भूमिका में बढ़िया नृत्याभिनय किया है। कर्नाटकीय संस्कृत निष्ठ गीत संगीत से सजी इस प्रस्तुति में आकाश ने कथकली और रुद्र ने समकालीन नृत्यभावों के जरिए दर्शकों के दिल में जगह बनाई।