मध्यप्रदेश

22 दिन चली हड़ताल के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने मांगों पर विचार का दिया था आश्वासन | After the 22-day strike, the health minister had assured to consider the demands

सीहोर30 मिनट पहले

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सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर की जा रही वादा खिलाफी से आक्रोशित जिले के 950 तथा प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 23 फरवरी को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। अवकाश की सूचना मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, वित्तमंत्री, अपर मुख्य सचिव, मिशन संचालक एनएचएम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा समस्त बीएमओ को दे दी गई है।

संविदा कर्मी पिछले 15 दिनों से काली पट्टी बांधकर कार्यालयों में काम कर रहे थे। वादे के अनुसार आदेश नहीं होने पर फिर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं।

एनएचएम संविदा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अम्बर मालवीय ने बताया कि 15 दिसंबर 2022 से प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने नियमित किए जाने तथा नियमित किए जाने तक 5 जून 2018 की नीति में स्वीकृत 90 प्रतिशत समकक्ष वेतन का लाभ दिए जाने, अप्रेजल के नाम पर निकाले गए संविदा कर्मचारियों की वापसी, सहित दो अन्य मुद्दों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल की थी।

22 दिन तक चली हड़ताल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी तथा स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों द्वारा एक माह में मांगे पूरी किए जाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन पौने दो माह बीत जाने के बाद भी किसी भी मांग पर स्वीकृति आदेश जारी नहीं किए गए, बल्कि हड़ताल के दौरान नेतृत्व करने वाले संविदा पदाधिकारियों पर भोपाल पुलिस द्वारा बनाए गए झूठे आपराधिक प्रकरणों को तत्काल वापस लेने सहित जिससे संविदा स्वास्थ्य कर्मी सरकार के विरुद्ध आक्रोशित हैं और वादाखिलाफी से नाराज हैं। जिले के संविदा कर्मचारियों ने 23 फरवरी का सामूहिक अवकाश लेकर काम बंद हड़ताल का ऐलान कर दिया है।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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