Bageshwar Dham: UP के सहारनपुर में भी मराठा काल से है बागेश्वर धाम, क्या आप जानते हैं?

आप मध्यप्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम को जानते होंगे लेकिन यूपी के सहारनपुर में भी मराठा काल से बागेश्वर धाम है। ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान शिव स्वयं समाधि लगाया करते थे। आदिकाल से ही भारत में शास्त्रों के अनुसार 5 शिवलिंग का उल्लेख है. जिनमें से एक शिवलिंग जनपद सहारनपुर के कंपनी बाग में प्रकट होने की कथा का उल्लेख है. बागेश्वर शिव मंदिर के प्रति लोगों के मन में अटूट श्रद्धा है. सहारनपुर के इस बागेश्वर धाम का अपना अलग इतिहास भी है आईए जानते हैं इस धाम की ऐतिहासिक बातें।

सहारनपुर शहर के बीचो-बीच बागेश्वर धाम स्थित है जहां शुद्ध धातु से बने पंचमुखी महादेव का स्वरूप विराजमान है। यह अलग बात है कि इस भवन के गेट पर अब ‘बागेश्वर महादेव मंदिर’ लिखा है लेकिन भक्त दशकों से इस मंदिर को बागेश्वर धाम के नाम से ही जानते और पुकारते आ रहे हैं।
शिवलिंग प्रकट होने पर हुई थी मंदिर की स्थापना
उस समय जो कंपनी बाग में गोरखा (पहाड़ी) कर्मचारी हुआ करते थे. उनमें से एक कर्मचारी ने शिवलिंग पर एक छोटे से शिव मंदिर की स्थापना करने का काम किया. उस समय के अंग्रेज अधिकारी ने एक किताब में इस बात का उल्लेख किया है कि रात के करीब 12 बजे शिवलिंग वाले स्थान से शेरों के दहाड़ने की आवाज आती थी और अंग्रेज सैनिक हथियारों के साथ चौकन्ना हो जाते थे. किताब में लिखा है कि जब अंग्रेज सैनिक दहाड़ की आवाज की दिशा में गए, तो वहां पर उन्हें एक जटाधारी योगी बाबा ध्यान लगाए हुए नजर आए तथा उनके पास एक छोटा बच्चा साये के रूप में टहलता हुआ नजर आया.

भगवान शिव लगाते थे समाधि
मान्यता है कि जिस जगह शिवलिंग प्रकट हुआ, उस जगह भगवान शिव खुद अपनी समाधि लगाते थे. तब से कंपनी बाग स्थित इस बागेश्वर शिव मंदिर में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए पूजा-अर्चना, यज्ञ, हवन आदि करते हैं. श्रावण मास में यहां पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.

पंचामृत से करते हैं भगवान शिव की पूजा
बागेश्वर शिव मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए पूजा अर्चना, हवन, यज्ञ आदि करते हैं. पूजा में प्रसाद के रूप में फल, मिठाई आदि का भोग लगाते हैं. उन्होंने बताया कि श्रावण मास में श्रद्धालुओ की भारी भीड़ लगती है. उस समय भक्तजन दूध, दही, बेल पत्र, पंचामृत आदि से भगवान शिव की पूजा करते हैं
