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Jammu kashmir delivery of a child with the help of whatsapp call

हाइलाइट्स

गर्भवती महिला को डॉक्टरों ने व्हाट्सएप कॉल पर एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देने में मदद की
भारी बर्फबारी के कारण महिला को एयरलिफ्ट कर अस्पताल नहीं ले जाया सकता था
पीएचसी में चिकित्सा कर्मचारियों को प्रसव में सहायता के लिए वैकल्पिक रास्ता तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा

श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में भारी बर्फबारी के बाद स्थानीय प्राथमिक सेवा केंद्र (primary health centre) में फंसी एक गर्भवती महिला की डिलीवरी व्हाट्सअप की मदद से की गई. न्यूज़ एजेंसी PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक बर्फबारी से एयरलिफ्ट की संभावना खत्म होने के साथ, जम्मू-कश्मीर के सुदूर इलाके में प्रसव संबंधी जटिलताओं (labour complications) का इतिहास रखने वाली एक गर्भवती महिला को डॉक्टरों ने व्हाट्सएप कॉल पर एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देने में मदद की.

क्रालपोरा के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ मीर मोहम्मद शफी ने कहा, “शुक्रवार की रात, हमें केरन पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में प्रसव पीड़ा के साथ एक मरीज मिला, जिसमें एक्लम्पसिया, लंबे समय तक प्रसव और एपिसीओटॉमी के साथ जटिल प्रसव का इतिहास था.” रोगी को प्रसूति सुविधा वाले अस्पताल में ले जाने के लिए एक हवाई निकासी की आवश्यकता थी क्योंकि सर्दियों के दौरान केरन कुपवाड़ा (Kupwara) जिले के बाकी हिस्सों से कटा रहता था. गुरुवार और शुक्रवार को लगातार बर्फबारी ने अधिकारियों को हवाई निकासी की व्यवस्था करने से रोक दिया, जिससे केरन पीएचसी में चिकित्सा कर्मचारियों को प्रसव में सहायता के लिए वैकल्पिक रास्ता तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा.

क्रालपोरा उप-जिला अस्पताल में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. परवेज ने केरन पीएचसी में डॉ. अरशद सोफी और उनके पैरामेडिकल स्टाफ को व्हाट्सएप कॉल पर बच्चे को जन्म देने की प्रक्रिया के बारे में बताया. डॉ. शफी ने बताया कि मरीज को नार्मल डिलीवरी के लिए प्रेरित किया गया और छह घंटे के बाद एक स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ. वर्तमान में बच्ची और मां दोनों निगरानी में हैं और ठीक हैं.

Tags: Birth, Jammu and kashmir, Woman delivery


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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