अजब गजब

फीफा ने सिखाया कैसे कमा सकते हैं कम रिस्क के साथ तगड़ा मुनाफा, खेल-खेल में दी मनी मेकिंग टिप्स

हाइलाइट्स

केवल पुराने प्रदर्शन के आधार पर निवेश करना ठीक नहीं.
बाजार में चुनौतियों से घबराने की बजाय डटकर मुकाबला करें.
बड़े-बड़ें नामों के साथ लगाना मैक्सिम रिटर्न की गारंटी नहीं.

नई दिल्ली. दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजनों में से एक फीफा अर्जेंटीना की जीत के साथ खत्म हुआ. इस दौरान ऐसे लोगों ने भी फुटबॉल देखा जो लोग इससे पहले फुटबॉल के शौकीन नहीं थे. फुटबॉल के इस पर्व में हमें 3 तरह के लोग देखने को मिले जो मनी मार्केट में भी देखे जाते हैं. पहले वे जो फुटबॉल के वाकई शौकीन थे और जो हमेशा से इसे खेलते-देखते आए हैं. दूसरे वे जिन्होंने हाल ही में फुटबॉल की दुनिया में कदम रखा और तीसरे जो फीफा के समय ही इस खेल में रुचि लेने लगे. ठीक इसी तरह के लोग हमें बाजार में बुल रन के दौरान दिखते हैं.

पहले वह जो दिग्गज इन्वेस्टर होते हैं और बुल रन के समय कहते हैं कि उन्हें पहले से इसका अनुमान था. दूसरे होते हैं वे इन्वेस्टर्स जो कुछ समय पहले ही निवेशक बने होते हैं और उन्हें लगता है कि उनके हाथ सोने की छड़ी लग गई है. तीसरे, वे होते हैं जो बहती गंगा में हाथ धोने के लिए एकदम ताजा-ताजा बाजार में आए होते हैं. हालांकि, फीफा और मनी मार्केट के बीच केवल यही समानताएं नहीं थी. फीफा ने हमें मनी से जुड़े कुछ मंत्र भी सिखाए जिससे आप अपना वित्त बेहतर मैनेज कर सकते हैं.

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पीछे क्या हुआ इससे भविष्य का पता नहीं चलता
जिस तरह फीफा में जर्मनी और स्पेन ने निराश किया इसी तरह कई स्टॉक्स भी निराश करते हैं. दोनों देशों का पिछला रिकॉर्ड बेहतरीन था इसलिए वे फेवरेट थे लेकिन उनका प्रदर्शन वैसा नहीं जैसा फैन्स उम्मीद कर रहे थे. स्टॉक्स चुनते समय भी केवल पिछला प्रदर्शन देखकर पैसा लगा देना सही रणनीति नहीं है.

सही चयन है सफलता की चाबी
शुरुआत में जापान, साउथ कोरिया, यूएस, ऑस्ट्रेलिया और मोरक्को जैसी छोटी टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया और लगा कि ये सभी क्वालिफायर्स में पहुंचने के योग्य हैं. हालांकि, एंट्री केवल मोरक्को की हुई. इसी तरह बाजार में स्मॉल और मिडकैप शेयर के शुरुआती प्रदर्शन पर ध्यान देकर निवेश नहीं कर देना चाहिए. उनके बारे में जानकारी एकत्रित करें क्योंकि कोयले की खान में हीरे को ढूंढना एक मुश्किल काम है. भले ही समय लगे लेकिन चुनाव सही स्टॉक का ही करें.

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बड़ा नाम बड़े मुनाफे की गारंटी नहीं
बडे़ स्टार्स की बात करें तो पुर्तगाल और बेल्जियम का नाम दिमाग में आता है. दूसरी ओर मोरक्को और जापान ऐसी टीमें रहीं जिन्होंने अपने पास मौजूद टैलेंट का भरपूर इस्तेमाल किया. इसी तरह बड़े नामों के साथ अपना पैसा लगाने से जरूरी नहीं कि आपका रिटर्न बेहतर हो जाएगा. किसी ऐसे को चुनें जो आपकी जरूरतों को समझता हो और आपको पोर्टफोलियों में वैल्यू ऐड कर सके.

परेशानियों से डरने की बजाय मुकाबला करें
जब फीफी शुरू हुआ तो इसके सामने कई चुनौतियां थी. मसलन, फीफा का वैन्यू (कतर), कथित मानव अधिकार हनन की खबरें, गेम का समय जून की बजाय दिसंबर. लेकिन, दुनिया देखा कि कैसे इन चुनौतियों से मुकाबला करते हुए जबरदस्त रोमांच वाला और मनोरंजक आयोजन सफलता के साथ पूरा किया गया. इसी तरह आपके निवेश में हो रहे उतार-चढ़ाव से भी आपको घबराने की जरूरत नहीं है. अगर आप सही गेम प्लान के साथ चुनौतियों से मुकाबला करते हुए आगे बढ़ते हैं तो एक समय के बाद आप जरूर विजयी होंगे.

Tags: Business news in hindi, Fifa World Cup 2022, Money Making Tips, Share market, Stock market


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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