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राजस्थान में डीडवाना के प्रसिद्ध हैं मोजड़ी, ये है खासियत और ऐसे होती है तैयार – News18 हिंदी

रिपोर्ट – कृष्ण कुमार
नागौर. राजस्थान की आन – बान शान में मोजड़ी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. क्योंकि राजस्थान में राजा महाराजाओं के समय से ही मोजड़ी पहनने का प्रचलन है. तत्कालीन समय में राजा महाराजा अपने पूरे परिधान के साथ मोजड़ी पहन कर निकला करते थे और कहीं न कहीं मोजड़ी उस पर चार चांद लगा दिया करती थी. फिर धीरे-धीरे समय बदला और मोजड़ी की जगह जूते चप्पलों ने ले ली, परंतु आज भी जब ग्रामीण क्षेत्रों में देखते हैं तो अधिकतर लोग मोजड़ी पहनना ही पसंद करते हैं. अब पहले की तरह लोग शहरों में भी किसी खास अवसर पर मोजड़ी पहनकर निकलते हैं.
चमड़े से होती है तैयार

वर्तमान समय में भले ही मोजड़ी का महत्व कम हो गया हो, लेकिन आज के समय में किसानों के पैरों में मोजड़ी देखने को मिलती है. मोजड़ी बनाने के लिए कच्चे चमड़े को 6 महीने तक नमक व अन्य रासायनिक घोल के साथ पकाया जाता है. उसके बाद तेल के माध्यम से चमड़े को स्त्री करके सीधा किया जाता है. पकाने के बाद चमड़े से मोजड़ी तैयार की जाती है.
क्यों प्रसिद्ध हैं निंबी खुर्द

कारीगर भंवरलाल ने बताया कि निंबी खुर्द की मोजड़ी इसलिए प्रसिद्ध हैं यहां पर मशीन से बनाकर हाथों से बनाई जाती है साथ ही यहां पर मोजड़ी के ऊपर के कसीदे को हाथ से बनाकर तैयार किया जाता है. इसी कारण यह मोजड़ियां प्रसिद्ध हैं.

चार प्रकार से बनाई जाती हैं मोजड़िया

निंबी खुर्द में राजशाही जूती से लेकर किसानों के पहनने वाली मोजड़ियां बनाई जाती हैं. इसके अलावा यहां पर भीनमाल की जूती जिस पर सलू की कढ़ाई, सिल्पर मोजड़ी, किसान मोजड़ी ,हाई – फाई जलसा मोजड़ी बनाई जाती हैं. इनको बनाने में सूत के बने धागे व कूरम का प्रयोग किया जाता है.
मोजड़ी की कीमत
मोजड़ी की शुरुआत मात्र 250 रुपये से शुरु होती है. भंवरलाल का कहना है कि यहां पर ग्राहक के ऑर्डर के हिसाब से बनाई जाती हैं. जिसमें बच्चों से लेकर बड़ों तक बनाई जाती हैं. अधिकतम मोजड़ी 1300 रुपये तक मिलती हैं.
मोजड़ी के अलावा यह सामान बनाया जाता है

मोजड़ी के अलावा यहां पर घोड़े का चाबुक ,मोरा, पीछाड़ी बनाई जाती है और ऊंट के लिए छोटा मोरा, गिरबान, इंसानो के लिए कमरपट्टा (बेल्ट) चमड़े (लेदर) का बनाया जाता है.
यहां पर स्थित है दुकान
वर्तमान समय में अस्थायी दुकान नागौर के पशु मेला मैदान में लगी हुई हैं. लेकिन स्थायी दुकान निंबी खुर्द गांव (डीडवाना) में स्थित है. आप इनसे इस नंबर पर 9587966058 संपर्क कर सकते हैं.

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FIRST PUBLISHED : February 06, 2023, 12:56 IST


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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