अजब गजब

खेती छोड़ किसान ने शुरू किया ये बिजनेस, अब माल खरीदने खुद आते हैं व्यापारी, प्रति एकड़ 3 लाख की कमाई

Agency:News18 Bihar

Last Updated:

अक्सर लोग मछली पालन को घाटे का बिजनेस समझते हैं. लेकिन अब सही तरीका पता हो, तो ये व्यवसाय आपको लाखों का फायदा दे सकती है. समस्तीपुर के बंधु महतो ने 2018 में मछली पालन शुरू किया, जो अब 14 एकड़ में फैल गया है.

X

मछली पालन 

हाइलाइट्स

  • बंधु महतो ने 2018 में मछली पालन शुरू किया.
  • जासर और फंगास मछलियों से प्रति एकड़ 3 लाख की आय.
  • 14 एकड़ में फैला मछली पालन व्यवसाय.

समस्तीपुर:- समस्तीपुर जिले के उजियारपुर प्रखंड के डिहुली चौड़ गांव में बंधु महतो नामक किसान मछली पालन का व्यवसाय कर रहे हैं. उन्होंने साल 2018 में मछली पालन का वेबसाइट शुरू किया था, जो अब बढ़कर करीब 14 एकड़ के तालाब में फैल गया है. वर्तमान में उनके पास जासर और फंगास नस्ल की मछलियां हैं, जो उन्हें अच्छी आय दे रही हैं. बंधु महतो के अनुसार, मछली पालन से सभी खर्चों को काटने के बाद, प्रति एकड़ हर साल लगभग 3 लाख रुपए की आय हो रही है. उन्हें यह मछली बेचने में भी कोई परेशानी नहीं है और इनकम का एक अच्छा जरिया है. कम समय में यह मछलियां अच्छी विकास करती हैं, जिस वजह से किसानों के लिए यह लाभदायक व्यवसाय बन चुका है.

क्या कहते हैं किसान?
बंधु महतो ने Local 18 से बातचीत के दौरान बताया कि मछली पालन का व्यवसाय लाभकारी है. लेकिन इसके लिए सही आइडिया और प्रशिक्षण होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि मछली पालन में लागत कम होती है और यह व्यवसाय काफी स्थिर है. 2018 में शुरू किए गए इस व्यवसाय में अब उनके पास 14 एकड़ में फैला तालाब है, जिससे सालाना 3 लाख रुपए तक की आय हो रही है. मछली पालन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आलू, मक्का जैसी पारंपरिक फसलों के मुकाबले इसमें बहुत कम नुकसान होता है. जहां दूसरी फसलें मौसम या अन्य कारणों से नुकसान झेलती हैं, वहीं मछली पालन में ऐसे खतरे कम होते हैं.

ये भी पढ़ें:- वेलेंटाइन-डे के दिन लवर्स हो जाएं सतर्क, अगर गलती से भी की ये गुस्ताखी, तो सीधा पहुचेंगे कालकोठरी!

माल खरीदने खुद आते हैं व्यापारी
बंधु महतो ने लोकल 18 को यह भी बताया कि वे तैयार मछलियों को लोकल बाजारों में बेच लेते हैं और फिलहाल उजियारपुर प्रखंड के डिहुली चौड़ में मछली पालन कर रहे हैं और मछलियों को लोकल स्तर की व्यापारियों के हाथों वे आसानी से बेंच भी लेते हैं. उन्होंने कहा कि बेचने में भी कोई परेशानी नहीं होती, एकदम आसानी से बिक जाता है. एक बार सूचना देते हैं और व्यापारी हमारे पास खुद पहुंच जाते हैं.

homebusiness

खेती छोड़ किसान ने शुरू किया ये बिजनेस, अब माल खरीदने खुद आते हैं व्यापारी


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!