‘वीरोदय सम्मान’ खजुराहो: किसी शहीद की मां तो किसी की पत्नी, सम्मान लेते हुए जब नम हुई परिजनों की आंखें…
अरविन्द जैन बुंदेलखंड समाचार

जैन मुनि विन्रम सागर के सानिध्य में प्रसिद्ध गीतकार मनोज मुंतशिर ने दी प्रस्तुति, बांधा शमां
21 शहीद सैनिकों के परिवारों का हुआ सम्मान
खजुराहो । स्वर्णोदय तीर्थ खजुराहो में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरोदय सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जहाँ आचार्य श्री विद्यासागर के परम शिष्य मुनि श्री विनम्र सागर महाराज के सानिध्य में 21 से ज्यादा शहीद सैनिकों के परिवारों को सम्मानित किया गया। इस आयोजन के दौरान सुप्रसिद्ध लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर ने अपने प्रस्तुति से समां बांध दिया। वीरगति को प्राप्त हुए शहीद सैनिकों के परिवार को सम्मानित करके जैन समुदाय ने देशप्रेम की अलग मिशाल कायम की।
मनोज मुंतशिर ने दी प्रस्तुति, बांधा शमां
गीतकार मनोज मुंतशिर ने मंच से शहीदों की याद में कई ओजवर्धक कविताएं कहीं उन्होंने कहा कि शहीद का कर्ज कोई नहीं उतार सकता उन्होंने कहा कि शहीद का सम्मान एक दिन नहीं हर दिन होना चाहिए एक शहीद की मां अपने बेटे पर गर्व करती है तो वैसे ही हर भारतवासी को शहीद और उसके परिवार पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने अपनी पंक्तियों में माँ, मिट्टी, पिता, शहीद का जिक्र किया और उनका व्याख्यान किया कि दुनिया में उनके जैसा कोई दूसरा हो ही नहीं सकता।
तेरी मिट्टी में मिल जावा गीत से शुरुवात
मनोज मुंतशिर प्रसिद्ध गीतकार है जिन्होंने तेरी मिट्टी में मिल जावा जैसे कई ऐसे गीत लिखे हैं। जो आज पूरा भारत ओठों पर गा रहा है। उन्होंने मंच से मां के बारे बहुत ही मार्मिक कविता पढ़ी।

मुनि श्री ने बताए देशप्रेम और कर्तव्य की परिभाषा
देश प्रेम और भारतीयता की अलग जगाने के लिए मुनि श्री ने अपने कर्तव्यों के बारे में बताया उन्होंने कहा कि भारत विश्व गुरु बनेगा। जब हम अपनी भारतीयता को समझेंगे उन्होंने विदेशी वस्तुओं का त्याग और बहिष्कार करने के लिए मंच से कहा। उन्होंने अपने देश के खान-पान पहनावा के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया। हमारे देश को बचाने के लिए वीरगति को प्राप्त हुए शहीदों के परिवारों को हर हाल में सम्मानित और संरक्षण देने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि शहीद और शहीद और शहीद का परिवार का कर्ज हमें मिलकर चुकाना है जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए वहीं कई सैनिक और शहीद सैनिक के परिवार के सदस्य सम्मानित हुए और सम्मान के समय भावुक हो गये।
शहीदों के परिवार हुए सम्मानित






कार्यक्रम के लिए 108 लोगों का चयन किया गया था। जिसमें से 65 लोगों की स्वीकृति समिती को प्रदान हुई थीं , जिसमे से 21 राष्ट्रहित के प्रहरियों के परिवारों को इस आयोजन में आज सम्मानित किया गया , राष्ट्रप्रहरियों के प्रत्येक परिवारजनों को जैन समाज के द्वारा 21 हजार की राशि भी दी गई है,मंच से शहीद परिवार को समाज ने सम्मानित किया। जिन्हें सम्मान स्वरूप 21 हजार की आर्थिक मदद की। शहीदों में लेफिनेंट अर्चित वर्दियां , विजय शिंदे, गुरुदयाल साहू, बाबूलाल सिंगारे, हवलदार वर्षीलाल, इत्यादि का सम्मान हुआ। वही कई फौजी जिनमे ब्रिगेडियर जयदेव सिंह, जयराम कुमावत, मदनदारी नारायण, महेश माने का सम्मान हुआ। कई फौजी परिवार महू मध्यप्रदेश के आसपास के निवासी है।