मध्यप्रदेश

Bhopal News:सेम कॉलेज में फर्जीवाड़ा, नर्सिंग विद्यार्थियों का आरोप- 70 सीटों पर 104 को दाखिला – Forgery In Sem College Bhopal, Nursing Students Alleged-104 Were Given Admission On 70 Seats

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– फोटो : फाइल फोटो

मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में फर्जीवाड़े थम नहीं रहे हैं। अब भोपाल के रायसेन रोड पर स्थित सेम मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग विद्यार्थियों ने धांधली का आरोप लगाया है। ये विद्यार्थी आज धरने पर बैठे। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज में नर्सिंग की 70 सीटों पर 104 को प्रवेश दे दिया और अब 34 का प्रवेश रद्द कर दिया गया। धरना देने वालों विद्यार्थियों ने कॉलेज संचालक व मालिक हरप्रीत सलूजा व उनकी बेटी प्रीति सलूजा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। 

एनएसयूआई की मेडिकल विंग के पूर्व प्रदेश समन्वयक रवि परमार के नेतृत्व में सेम कॉलेज के विद्यार्थियों ने धरना दिया। उनका आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने 104 छात्र-छात्राओं को नर्सिंग कॉलेज में दाखिला दिया था, लेकिन तीन साल बाद अब कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को बताया कि कॉलेज के पास सिर्फ 70 सीटें ही हैं। ऐसे में बाकी के 34 छात्रों को डिग्री नहीं मिलेगी। उन छात्रों का एडमिशन निरस्त कर दिया गया है। इस कारण अब 34 छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। ये परेशान हैं कि अब वे क्या करें।

अपर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
इसे लेकर कॉलेज के बाहर बुधवार दोपहर विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने अपर कलेक्टर अंकिता त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि कॉलेज संचालक के खिलाफ मुकदमा कायम कर कार्रवाई करें और छात्रों का पुनः रजिस्ट्रेशन कराया जाए। 

विद्यार्थी हताश, कॉलेज संचालकों पर केस दर्ज हो
एनएसयूआई मेडिकल विंग के रवि परमार ने कॉलेज संचालक हरप्रीत सलूजा और प्रीति सलूजा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। परमार ने कहा कि दर्जनों स्टूडेंट्स डिप्रेशन में हैं, कोई अनहोनी होती है या कोई स्टूडेंट कोई आत्मघाती कदम उठाता है तो इसके लिए सेम कॉलेज प्रशासन और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग जिम्मेदार होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार छात्रों को न्याय दे वरना सीएम हाउस के बाहर  आत्मदाह करेंगे। इस मौके पर राजवीर सिंह, लक्की चौबे, भव्य सक्सेना, शिवकुमार डांगी, रिषी सिंह, जितेंद्र विश्वकर्मा, जिशान खान आदि मौजूद थे।

विस्तार

मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में फर्जीवाड़े थम नहीं रहे हैं। अब भोपाल के रायसेन रोड पर स्थित सेम मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग विद्यार्थियों ने धांधली का आरोप लगाया है। ये विद्यार्थी आज धरने पर बैठे। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज में नर्सिंग की 70 सीटों पर 104 को प्रवेश दे दिया और अब 34 का प्रवेश रद्द कर दिया गया। धरना देने वालों विद्यार्थियों ने कॉलेज संचालक व मालिक हरप्रीत सलूजा व उनकी बेटी प्रीति सलूजा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। 

एनएसयूआई की मेडिकल विंग के पूर्व प्रदेश समन्वयक रवि परमार के नेतृत्व में सेम कॉलेज के विद्यार्थियों ने धरना दिया। उनका आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने 104 छात्र-छात्राओं को नर्सिंग कॉलेज में दाखिला दिया था, लेकिन तीन साल बाद अब कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को बताया कि कॉलेज के पास सिर्फ 70 सीटें ही हैं। ऐसे में बाकी के 34 छात्रों को डिग्री नहीं मिलेगी। उन छात्रों का एडमिशन निरस्त कर दिया गया है। इस कारण अब 34 छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। ये परेशान हैं कि अब वे क्या करें।

अपर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

इसे लेकर कॉलेज के बाहर बुधवार दोपहर विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने अपर कलेक्टर अंकिता त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि कॉलेज संचालक के खिलाफ मुकदमा कायम कर कार्रवाई करें और छात्रों का पुनः रजिस्ट्रेशन कराया जाए। 

विद्यार्थी हताश, कॉलेज संचालकों पर केस दर्ज हो

एनएसयूआई मेडिकल विंग के रवि परमार ने कॉलेज संचालक हरप्रीत सलूजा और प्रीति सलूजा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। परमार ने कहा कि दर्जनों स्टूडेंट्स डिप्रेशन में हैं, कोई अनहोनी होती है या कोई स्टूडेंट कोई आत्मघाती कदम उठाता है तो इसके लिए सेम कॉलेज प्रशासन और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग जिम्मेदार होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार छात्रों को न्याय दे वरना सीएम हाउस के बाहर  आत्मदाह करेंगे। इस मौके पर राजवीर सिंह, लक्की चौबे, भव्य सक्सेना, शिवकुमार डांगी, रिषी सिंह, जितेंद्र विश्वकर्मा, जिशान खान आदि मौजूद थे।




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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