Fraud in ATM accused apply plastic strip in ATM machine to withdraw money । ATM में बरतें सावधानी, नहीं तो हो जाएंगे कंगाल, रंगे हाथों पकड़ा गया फ्रॉड

एटीएम फ्रॉड को दिया अंजाम
देश में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शातिर ठगने के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। मुंबई पुलिस के हत्थे ऐसा ही एक शातिर ठग चढ़ा है, जो बड़ी ही होशियारी से एटीएम फ्रॉड को अंजाम देता था। पुलिस गस्त के दौरान यह रंगे हाथ पकड़ा गया।
पुलिस के गिरफ्त में आए 35 वर्षीय अखिलेश पासवान बिहार का रहने वाला है और पेशे से इलेक्ट्रिकल एक्सपर्ट है। अपने हुनर का बखूबी इस्तेमाल अखिलेश लोगों को ठगने के लिए कर रहा था। ATM मशीन से छेड़छाड़ करने में इसने महारत हासिल कर ली थी और इसी के सहारे लोगों को चुना लगा रहा था।
रूम खाली देख ATM सेंटर में घुसता
अखिलेश लोगों को ठगने के लिए ATM मशीन में प्लास्टिक की पट्टी लगता था। ATM मशीन रूम खाली देखकर वह ATM सेंटर में घुसता। मशीन में पैसे निकलने वाली जगह पर प्लास्टिक की पट्टी और चिप चिपका देता था। यह चिप ऐसे सफाई से चिपकाई जाती और ऐसी दिखती थी कि किसी को भी नहीं पता चलता कि पैसे आने की जगह रोकी गई है। ऐसे में कैश ड्राइवर से पैसे बाहर नहीं निकलते और अंदर ही रुक जाते थे। कोई भी व्यक्ति पैसे निकालने के लिए ATM इस्तेमाल करता, तो ट्रांजेक्शन पूरा होने के बावजूद पैसे बाहर नहीं आते थे, व्यक्ति को लगता की शायद मशीन खराब है, उस व्यक्ति के जाने के बाद अखिलेश ATM सेंटर में जाता और पट्टी निकाल देता, जिससे रुके हुए पैसे बाहर आ जाते थे।
देर शाम या रात में शक्रिय रहता था
पिछले कई महीनों से अखिलेश मुंबई और आस-पास के ATM सेंटर में कुछ इसी तरीके से फ्रॉड कर रहा था। पुलिस द्वारा वह पकड़ा न जाए, इसलिए एक ATM सेंटर में दो बार से ज्यादा फ्रॉड को अंजाम नहीं देता और हमेशा देर शाम या रात में शक्रिय रहता था, लेकिन ठगी का यह कारनामा कितने दिन चलता, लिहाजा मलाड इलाके में पुलिस गस्त के दौरान वह ATM मशीन से छेड़खानी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
पुलिस ने आरोपी के पास से 11 प्लास्टिक पट्टी, कैंची, फेविस्टिक, सहित अन्य सामग्री जब्त किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे पुलिस कस्टडी में भेजा गया। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी पिछले कई महीनों से अलग-अलग जगहों पर इस तरह से ठगी को अंजाम दे रहा था और लाखों रुपये की ठगी के जरिए कमाए। इसके खिलाफ और भी पुलिस स्टेशन में मामले दर्ज हैं।