Created three gardens from 15 tons of waste | 15 टन वेस्ट से तीन गार्डन बनाए: तेल के ड्रम से हैंगिंग पुल व भंगार से चौराहे संवारे, वेस्ट से कलाकृति बनाने वेतन देकर फाइन आर्ट्स के छात्रों को जोड़ा – Indore News

शहर में संगम नगर, गोमा की फैल और ग्लोबल गार्डन ऐसे बगीचे हैं, जहां 4 आर गार्डन (रियूज, रिड्यूज, रिफ्यूज, रिसाइकल) से तैयार किया गया है। 15 टन वेस्ट से इन बगीचों को खूबसूरत बनाया गया है। प्लास्टिक, कांच, भंगार, टायर, लकड़ी, अन्य सूखा कचरा, गत्ता पत्ता,
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सयाजी चौराहा पर एरोप्लेन, ग्लोबल गार्डन पर जहाज, एलआईजी पर शेर की लोहे की प्रतिकृति स्थापित की है। इसी तरह मेघदूत गार्डन, रेडिसन चौराहा, कलेक्टोरेट सहित कई चौराहों पर इन्हें इंस्टॉल किया गया है। इन्हें बनाने में लाेहे की पुरानी चीजें और भंगार सामग्री का इस्तेमाल किया गया। अब निगम की हर वार्ड में 4 से 5 स्ट्रक्चर लगाने की योजना है।
निगम के 3-आर सेंटर पर लोग किताबें भी दे रहे हैं, जो बच्चों के काम आ रही हैं। बच्चे यहां से नि:शुल्क किताबें ले जा रहे हैं। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि शहर के 19 जोन में 3-आर सेंटर भी बने हैं। यहां उपयोग किया हुआ सामान लोग दे रहे हैं। इनमें पुराने कपड़े, किताबें, जूते-चप्पल सहित कई सामान हैं, जो आमतौर पर लोग फेंक देते हैं। कई संस्थाओं को भी निगम ने जोड़ा है, जो इनसे नए उत्पाद भी तैयार कर रहे हैं।
कचरा सेग्रिगेशन सहित नए स्ट्रक्चर तैयार किए
ह्यूमन मैट्रिक्स संस्था के कैप्टन सनप्रीत सिंह नेगी की टीम ने बताया कि इन 4-आर गार्डन में हमने फाइन आर्ट्स के छात्रों को जोड़ा। सफाईकर्मियों की प्रतिकृति भी बनाई है। 6 तरह के कचरा सेग्रिगेशन सहित नए स्ट्रक्चर तैयार किए। 3-आर सेंटर को लेकर अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन ने बताया कि सभी सेंटरों पर लोग स्वेच्छा से सामान देकर जा रहे हैं।
इससे यह फायदा है कि जो सामान यूं ही फेंक देते थे, वह अब किसी के काम आ जाता है। उधर, इस प्रयास के जरिए निगम ने 15 टन कचरे का बर्डन कम किया। वेस्ट से विभिन्न आकृतियों का निर्माण किया गया है। इसमें वेस्ट टू आर्ट के तहत पुरानी लकड़ी, रस्सा, टायर, प्लाय, तेल के ड्रम से हैगिंग पुल का निर्माण, पुरानी जाली, सरिए, वेस्ट प्लास्टिक बाॅटल, पाड़ा गाड़ी, पुरानी जाली, सरिया, वेस्ट प्लास्टिक बॉटल व कैप से गाय की आकृति बनाई है।
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