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आकांक्षी छतरपुर जिले मे बुनियादी शिक्षा के लिये नवाचार: रीड अलॉन्ग एप से सीख एवं पढ़ रहे है बच्चे

कई भाषाओं में बिना इंटरनेट के सीखने में मदद
छतरपुर, कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देशन में आकांक्षी छतरपुर जिले में शिक्षा के स्तर को विभिन्न पैरामीटर में गुणवत्तापूर्ण रुप से करने के लिए निरंतर नवाचार गतिविधि जारी है। इसी क्रम में बुनियादी शिक्षा अभियान के तहत 5-11 वर्ष उम्र के बच्चों की शिक्षा को एजुकेशन पैरामीटर में बेहतर बनाने के उद्देश्य से गूगल रीड अलॉन्ग प्रोग्राम के तहत प्राथमिक स्तरीय बच्चों की रीडिंग स्किल को बढ़ाने और उन्हें सरल एवं रूचिकर तरीके से सीखने के लिए रीड अलॉन्ग एप शुरु किया गया है।


इसके साथ ही बच्चों को स्कूलों में वर्चुअली रूप से और कार्यशाला आयोजित करके शिक्षकों एवं अभिभावकों को इस ऐप से पढ़ाई जाने वाली विशेषताओं और इस ऐप को डाउनलोड करते हुये पढ़ने के तरीको को भी समझाया जा रहा है। इस एप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई करने और कुछ नया सीखने में बहुत आसानी हो रही है। जिले में स्वयंसेवी संस्था पिरामल संस्थान द्वारा बच्चों को बुनियादी शिक्षा के लिये जागरूक बनाते हुये शिक्षित किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ रही है और वह सीखने के प्रति जिज्ञासा दिखा रहे है। त्मंक ।सवदह ।चच को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह इंटरनेट के बिना भी चलता है। इस एप से बच्चों के अलावा किसी भी उम्र के व्यक्ति जो पढ़ने के इच्छुक है वह हिंदी-अंग्रेजी भाषा के साथ अन्य भाषा भी सीख सकते है।
जिले के मड़देवरा एवं बक्स्वाहा में संस्थान के कार्यकर्ताओं द्वारा समूह बनाकर बच्चों को मोबाइल एप से पढ़ाई जाने वाली बातों को समक्ष दिखाते हुये एवं सुनाकर बच्चों की जिज्ञासा जागृत की गई। फिर बच्चों से जो सीखा और देखा उसके बारे में जानकारी ली गई। सीखने और समझने के बाद बच्चों ने संकोच छोड़कर सही-सही जवाब भी दिये। इस प्रयास से प्राथमिक शिक्षा के लिये बच्चों में जिज्ञासा जागी।  

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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