पीड़ितों की जान बचाने के लिए जान देनी भी पड़े तो गम नहीं- अनुल सिंह

रक्तदान से बचती है पीड़ितों की जान इसलिए होता है यह महादान। रक्तवीर सेवादल के अमित जैन ने बताया कि की ऐसी कड़कड़ाती ठंड में जहां लोग घरों से बाहर निकलने में भी सोच रहे हैं वहीं कई लोग अपने स्वास्थ्य की परवाह बगैर भी पीड़ितों के लिए रक्तदान करने रात में भी रक्तदान कर रहे हैं। एक बुजुर्ग ओमरे जी जिन्हेंं विषम परिस्थितियों संजीवनी अस्पताल में भर्ती किया गया था उनके परिवार में कोई भी रक्तदान करने में अन्य बीमारियों के कारण सक्षम नहीं था,ऐसे में सूचना मिलते ही रक्तवीर सेवा दल के आग्रह पर कई बार के रक्तदानी शहर के बहुचर्चित व्यक्ति अनुल सिंह ने अपना स्वास्थ्य ठीक ना होते हुए भी ब्लड बैंक आकर रक्तदान कर पीड़ित बुजुर्ग के प्राण बचाए उन्होंने रक्तदान करते हुए संदेश दिया कि रक्तदान बहुत ही महान कार्य है इससे पीड़ितों की जान बचती है और इससे किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है और अगर रक्तदान करने में और पीड़ितों की सेवा करने में अगर मेरी जान भी जाए तो इसका मुझे कोई गम नहीं हम सभी को रक्तदान करना चाहिए।