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Chhath 2023: इस प्रदूषण में कैसे दिखेंगे भगवान भास्कर! पॉल्यूशन-फ्री छठ मनाने के लिए दिल्ली के पास ये हैं 5 ऑप्शन

नई दिल्ली. यूपी-बिहार की तरह दिल्ली-एनसीआर में भी छठ पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के 1000 घाटों को चिन्हित किया है, जहां पर दिल्लीवाले इस बार छठ महापर्व मनाएंगे. लेकिन, दिवाली की रात जलाए गए पटाखों के कारण एक बार फिर से दिल्ली की हवा खराब हो गई है. वहीं, यमुना नदी पहले से ही प्रदूषित है और इसमें आप डुबकी नहीं लगा सकते. छठ के मौके पर अगर आप डुबकी नहीं लगा सकते तो भगवान सूर्य को अर्घ्य कैसे देंगे? ऐसे में दिल्ली के पास 5 ऑप्शन हैं, जहां जाकर आप आराम से छठ मना सकते हैं और आपके स्वास्थ्य को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा.बता दें कि दिल्ली में एक्यूआई लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, जो अगले कई दिनों तक जारी रह सकता है.

दिल्ली के दूषित हवा में छठ पर्व मनाना बुजुर्गों और बच्चों के साथ-साथ सांस, दमा और फेफड़ों के मरीजों को नुकसानदायक है. राजधानी के प्रदूषित हवा में छठ महापर्व मनाना कई बीमारियों को निमंत्रण देना होगा. ऐसे में दिल्ली के लोग ऐसे स्थानों को तलाश कर रहे हैं, जहां पर छठ मैया को अर्घ्य दिया जा सके. आज आपको हम बताने वाले हैं दिल्ली से सटे कुछ स्थानों के बारे में, जहां पर आप दो से तीन घंटे का सफर तय कर पहुंच भी सकते हैं और छठ मैया को अर्घ्य देकर वापस फिर दिल्ली पहुंच भी सकते हैं.

दिवाली पर दिल्ली में जमकर पटाखे चलाए जाने से वायु प्रदूषण फिर बढ़ा. (Image:AP)

प्रदूषण के बिना ऐसे मनाएं छठ
दिल्ली से सटे हरियाणा, यूपी और उत्तराखंड जाकर लोग हर साल छठ मनाते हैं. हालांकि, इसके लिए आपको जल्दी नींद से जागना पड़ेगा. साथ ही अपनी गाड़ी या किराये की गाड़ी से जाना होगा. दिल्ली से सटे शुक्रताल, गढ़मुक्तेश्वर, हरिद्वार, ऋषिकेश, कुरुक्षेत्र ऐसी पांच जगह है, जहां पर आप पहुंच कर साफ पानी में भगवान भास्कर को अर्घ्य दे सकते हैं. इन स्थानों पर जाने के लिए आपको लंबी दूरी भी तय नहीं करनी पड़ेगी. पूर्वी दिल्ली, साउथ दिल्ली और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में रह रहे कई पूर्वांचली हर साल इन स्थानों पर जाकर छठ पर्व मनाते हैं.

ये पांच ऑप्शन हैं आपके पास
हालांकि, दिल्ली एनसीआर में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह सक्रिय है, लेकिन दिल्ली में पिछले 10-15 दिनों से वायु प्रदूषण के खराब स्तर से लोग भयभीत हो गए हैं. पिछले दिनों बारिश के कारण जो भी थोड़ा-बहुत हवा की गुणवत्ता में सुधार आया था, उसे दिवाली की रात हुई आतिशबाजी ने और नुकसान पहुंचा दिया. अब दिल्ली के हर इलाके की हवा की गुणवत्ता खराब हो चुकी है.

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छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैय्या की पूजा की जाती है.

ये भी पढ़ें: …तो दिल्ली में नहीं दिखेंगे डीजल-पेट्रोल वाले वाहन, क्या है केंद्र और केजरीवाल सरकार का प्लान?

इस बीच दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने सभी जिलाधिकारियों को छठ घाटों को लेकर विशेष बंदोबस्त करने को कहा है. पिछले दिनों एक उच्च स्तरीय बैठक में आतिशी ने कहा है कि अंतिम समय की अफरातफरी से बचने के लिए अभी से ही छठ महापर्व को लेकर सभी जरूरी तैयारी शुरू कर दी जाए. दिल्ली सरकार की मंशा है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके लिए एक हजार से अधिक स्थानों पर छठ पूजा की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है. लेकिन, दिवाली के बाद एक बार फिर से दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. ऐसे में दिल्लीवाले शुक्रताल, गढ़मुक्तेश्वर, हरिद्वार, ऋषिकेश, कुरुक्षेत्र जाकर भी छठ मना सकते हैं.

Tags: Chhath Mahaparv, Chhath Puja in Delhi, Delhi-NCR News, Haridwar news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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