
महिलाओं ने अपनी योग्यता कार्यकुशलता हुनर प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता के साथ निर्णायक की भूमिका में खुद को साबित किया है। यही सारी खूबियां महिलाओं की तरक्की की राह आसान करती जाती है। क्षैत्रकोई भी हो सामाजिक हो या हो राजनीतिक। हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी कर्मठता से अपना मुकाम हासिल किया है। बात करते हैं राजनीति की
वर्तमान में देश विदेश की राजनीति में महिलाएं महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हैं। हमारे देश के सर्वोच्च पद पर 25 जुलाई 2022 को आसीन हुई महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू । भारत की 15वीं और वर्तमान राष्ट्रपति के रूप में सेवारत द्रौपदी मुर्मू भारतीय राजनीतिज्ञ हैं । वह जनजाति समुदाय से संबंधित राष्ट्रपति चुने जाने वाली पहली महिला है । द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाली प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के बाद दूसरी महिला बनी। भारत की पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को जाता है।
वर्तमान में सबसे कम उम्र की महिला प्रधानमंत्री बनने का गौरव जाता है डेनमार्क देश की मेटे फ्रेडरिक्सेन को। मेटे फ्रेडरिक्सन अपने कठोर फैसलों की वजह से हमेशा चर्चा में बनी रहती हैं। जैसा उनका अंदाज है वह हर मुद्दे पर हमेशा खुलकर बोलने में विश्वास रखती हैं।
हंगरी की पहली महिला राष्ट्रपति बनी कैटलिन नोवाक । उन्होंने 10 मई 2022 को अपना पदभार ग्रहण किया वह 2001 से राजनीति में सक्रिय रही । 2010 और 2012 के बीच विदेश मामलों की सलाहकार तो 2012 और 2014 में मानव क्षमता मंत्रालय की प्रमुख तो वही 2014 से 2020 तक युवा मामलों की राज्य सचिव, इसके अलावा 2021 तक अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए वे वर्तमान में हंगरी की राष्ट्रपति बनी।
होंडुरास देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनी शियोमारा कास्त्रो।
वर्तमान में भारतीय मूल की कमला हैरिस अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद पर कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
2022 में ही स्लोवेनिया देश की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई नताशा पिरक मुस । वे पेशे से वकील और लेखिका भी है।
उत्तरी अमेरिका स्थित बारबाडोस देश की प्रधानमंत्री बनी मिया मोटली। 2022 के चुनाव में उनकी पार्टी की शानदार जीत के बाद 20 जनवरी 2022 को उन्होंने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली । वह 2018 से बारबाडोस की प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत हैं प्रधानमंत्री मिया मोटली को गणतंत्र प्रणाली के तहत देश की पहली महिला प्रधानमंत्री होने का गौरव प्राप्त है।
ट्यूनीशिया देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी नजला बोडेन रोमधने ।
साईंइंग बेन ताइवान की राष्ट्रपति के रूप में पद को सुशोभित करती हैं । यह दो बार वर्ष 2016 और वर्ष वर्ष 2020 में राष्ट्रपति चुनी गईं। वह वर्तमान में भी राष्ट्रपति पद पर आसीन है। राष्ट्रपति साईं इंग बेन की विश्व पटल पर ताकतवर महिलाओं में गिनती होती है।
इटली के 77 साल के चुनावी इतिहास में पहली महिला प्रधानमंत्री चुनी गई जॉर्जिया मेलानी। 2022 मे चुनी गई प्रधानमंत्री जॉर्जिया समलैंगिकता कानून की विरोधी हैं।
अब बात शिक्षा के क्षेत्र की जहां पर हर वर्ष की भांति देश की बेटियों ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए रखा है। मध्य प्रदेश बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षा में पहला स्थान पाने वाली छात्रा बनी छतरपुर जिले की नैनी दुबे और सतना की सुचिता पांडे। मध्य प्रदेश बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में गणित और विज्ञान विषय में प्रगति मित्तल ह्यूमैनिटीज विषय में इशिता दुबे और कॉमर्स विषय में खुशबू शिवहरे ने पहला स्थान पाया।
सीबीएसई बोर्ड की दसवीं कक्षा में मयंक यादव के साथ ही दिव्य नामदेव में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया तो वही सीबीएसई 12वीं कक्षा में हंसिका शुक्ला, कश्मीरा अरोड़ा ने अपना स्थान बनाया।
वर्ष 2022 में ही सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में तीसरा मौका था जब यहां ऑल वुमन जज बेंच गठित की गई सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला जज हैं जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बी वी नागरत्ना और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी।
साहित्य के क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कार 2022, फ्रांसीसी की लेखिका एनी एर्नाक्स को अपने संस्मरण और जीवनी के लिए दिया गया।
अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार भारतीय मूल की लेखिका गीतांजलि श्री को उनके उपन्यास” रेत समाधि” के लिए दिया गया। इस उपन्यास का अंग्रेजी अनुवाद मशहूर अनुवादक डीजी रॉकविल ने किया है। साहित्य पुरस्कार प्रतिवर्ष, अंग्रेजी में अनुवाद और इंग्लैंड में छपी एक किताब को दिया जाता है और इस पुरस्कार के अंतर्गत करीब 5000000 रुपए दिए जाते हैं जोकि उपन्यासकार और अनुवादक को बराबर बट जाते हैं।
देश की प्रथम महिला संतूरवादिका डॉक्टर वर्षा अग्रवाल को मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया। डॉ अग्रवाल आकाशवाणी और दूरदर्शन की हाई ग्रेड कलाकार है।
2022 की वे चर्चित महिलाएं, जिन्होंने ऊंचाइयों को छुआ है और वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड सीवी (sebi ) की नई अध्यक्ष बनी माधुरी बुच।
तेल एवं प्राकृतिक गैस (ओ एन जी) की पहली महिला चेयरमैन बनी अलका मित्तल।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ( jnu) की पहली महिला कुलपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ शांति श्री धुलीपुड़ी को।
अकेले दक्षिणी ध्रुव पहुंचने वाली पहली भारतवंशी महिला बनी हरप्रीत चंडी।
दुनिया का चक्कर लगाने वाली सबसे कम उम्र की महिला पायलट बनी जारा रदार्फोर्ड।
अमेरिका सुप्रीम कोर्ट की पहली अश्वेत महिला जज बनी केतन जी ब्राउन जैक्सन।
संयुक्त राष्ट्र की प्रवक्ता बनी भारतीय महिला जोया अग्रवाल।
पाकिस्तान की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनी आयशा मलिक।
भारतीय सेना की प्रथम महिला जज बनी ज्योति शर्मा।
गुजरात की पहली विधानसभा स्पीकर बनी निमाबेन आचार्य।
आंध्र प्रदेश की प्रथम महिला मुख्य सचिव बनी नीलम साहनी।
Us-25 सेट सिक्के पर अंकित होने वाली पहली अश्वेत महिला बनी माया एंजेलो।
राष्ट्रीय महिला आयोग की फिर से अध्यक्ष बनी रेखा शर्मा।
तेलंगाना राज्य की हाईकोर्ट की पहली महिला जस्टिस बनी हिमा कोहली।
पंजाब की पहली महिला मुख्य सचिव बनी विनी महाजन।
भारत की नई लेखा महानियंत्रक बनी सोनाली सिंह।
गुरुग्राम की पहली महिला पुलिस कमिश्नर बनी कला रामचंद्रन।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के छात्र संघ की अध्यक्ष बनने वाली पहली भारतीय महिला है रश्मि भट्ट।
बीता वर्ष हमें खुशियों के साथ दुखी भी कर गया। साक्षात सरस्वती कहीं जाने वाली हमारे देश की सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी हमारे बीच नहीं रही। जिन्होंने अनेकों भाषाओं के हजारों गीत गाकर अमिट छाप छोड़ी।। लता जी अपनी सुरीली आवाज,और रस घोलने वाली मिठास की वजह से देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपना एक अहम स्थान रखती हैं।
तो वही ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल की आयु में निधन हो गया। उन्होंने 70 साल और 214 दिन तक ब्रिटेन में राज किया।
इन सभी महान नारी शक्तियों में अपने बलबूते समाज ही नहीं बल्कि देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई और जो अपनी कार्यकुशलता की वजह से जानी जाती है।
