छतरपुर एसपी सचिन शर्मा की अच्छी पहल: महिला उत्पीडऩ एवं बाल अपराधों की रोकथाम हेतु अब हर थाने में होगी महिलाओं की अलग सुनवाई

ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क, जनसाहस एवं बाल मित्र थानों को बनाया आकर्षक

अरविन्द जैन
छतरपुर। छतरपुर जिले में स्थित महिला थाना की बिल्डिंग में अब महिलाओं को पुलिस थाने में किसी भी प्रकार की समस्या दर्ज कराने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा इसके लिए छतरपुर पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने एक अच्छी पहल की है / थानों में अलग महिला डेस्क बना महिला थानों को आकर्षक पेन्ट कर सारी जानकारी वाल पेन्टिंग के माध्यम से दीवाालों पर अंकित करायी गई है जहां महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सकेगी एवं महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही हेतु पीड़ित महिला की सहानुभूति पूर्वक सुनवाई करना, उचित वातावरण उपलब्ध कराना, कानूनी प्रक्रिया की जानकारी देना तथा अन्य स्वयं सेवी समूह से यथोचित सहायता उपलब्ध कराना है। महिला डेस्क को मुख्य रूप से महिला, बच्चे एवं बुर्जुगो को ध्यान में रखते हुये कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया हैं।



छतरपुर में महिला उत्पीडऩ संबंधी अपराधों की रोकथाम, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम २०१२, शारीरिक उत्पीडऩ, लैंगिक उत्पीडऩ एवं मानसिक उत्पीडऩ के साथ गुड टच एवं बैड टच संबंधी जानकारी के साथ टोल फ्री नंबर अंकित कराए गए हैं । यदि आप किसी भी महिला या बालिका पर शारीरिक हिंसा, लैंगिक हिंसा, मानसिक हिंसा होते देख रहे हैं तो सुरक्षा, कानूनी सहायता या सलाह के लिए जनसाहस हेल्प लाइन नंबर १८००३०००२८५२, चाइल्ड लाइन नंबर १०९८, महिला हेल्प लाइन १०९०-९१, मजदूर हेल्पलाइन नंबर १८००१२०११२११, पुलिस बुलाओ १००, उक्त अपराधों से संबंधित टोल फ्री नंबर डायल कर 24 घंटे सहायता प्राप्त कर सकते हैं जिन्हें वाल पेंटिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है।

दैनिक आधार पर रिपोर्ट की जाने वाली उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाओं की संख्या पहले से ही भयावह है, जबकि इससे भी बड़ी संख्या में घटनाएं दर्ज नहीं की जाती हैं और अनदेखी, अनसुनी रह जाती हैं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमेशा खतरा बना रहता है। बाल पीड़ितों और उनके देखभाल करने वालों के बीच बातचीत शुरू करने की तत्काल आवश्यकता के लिए छत्तरपुर पुलिस अधीक्षक का इस तरह का एक कदम महत्वपूर्ण एवम सराहनीय है।
