Brokerage in disability certificate in district hospital! | जिला अस्पताल में दिव्यांगता सार्टिफिकेट में दलाली!: भिंड कलेक्टर ने जांच की शुरू, CCTV में पैसे मांगने वालों के चेहरे देखे – Bhind News

भिंड जिला अस्पताल में चिकित्सा बोर्ड से दिव्यांगता सार्टिफिकेट बनवाने के नाम पर पैसा मांगने वालों की जांच कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शुरू कर दी है। शुक्रवार सुबह कलेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर मामले की बारीकी से जांच की। इसके
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बता दें, कि हर गुरुवार को जिला अस्पताल में चिकित्सा बोर्ड द्वारा दिव्यांगता का जांच कर सार्टिफिकेट बनाए जाते है। बीते रोज सिविल सर्जन कार्यालय के सामने पेड़ के नीचे जय सिंह नाम का व्यक्ति दिव्यांगता सर्टीफिकेट तत्काल बनवाने के नाम पर दिव्यांगों व उनके परिजन से रुपये के लेनदेन की शिकायत कलेक्टर को मिली थी। शुक्रवार को कलेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने महिला वार्ड का निरीक्षण किया तो वहां अटेंडरों की भीड़ देखकर नाराज हुए। कलेक्टर ने सिविल सर्जन से व्यवस्थाएं सुधारने के लिए कहा।
भिंड कलेक्टर ने जन्म प्रमाण पत्र शाखा प्रभारी को किया तलब।
जन्म प्रमाणपत्र में गड़बड़ी पर जांच शुरू की :
कलेक्टर ने दिव्यांग प्रमाणपत्र मामले में कहा कि गड़बड़ी करने वालों में अस्पतल का कर्मचारी जयकुमार ओझा की भूमिका संदेशजनक है। सिविल सर्जन को कर्मचारी और रुपये मांगने वाले दलाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देश दिस हैं। इसी तरह जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में डाटा एंट्री आपरेटर अनामिका ताम्रकार से पूछताछ की। महिला कर्मचारी ने बताया कि पूर्व में जिस तरह प्रमाणपत्र जारी किए जाते थे, वह भी उसी तरह कर रही हैं। जांच के बाद कलेक्टर को दो अन्य कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ी का पता चला है। कलेक्टर इसकी जांच करवा रहे हैं।

सिविल सर्जन आफिस के बाहर खड़ी कलेक्टर की गाड़ी।
- “इन दोनों मामलों में सिविल सर्जन डॉ. आरके मिश्रा ने बताया- दिव्यांगता सार्टिफिकेट बनवाने का आरोप जिस व्यक्ति पर लगाया जा रहा है उस जांच की जा रही है। इसी तरह जन्म प्रमाण पत्र के मामले में जांच कराई जा रही है। जल्द ही दोनों मामले में ठोस कदम उठाए जाएंगे।”
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