अजब गजब

Tech giant Google CEO Sundar Pichai Was Asked When He Last Cried answer here varpat – News18 हिंदी

नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों (Tech giants) में से एक और दुनिया के सबसे शक्तिशाली सीईओ (Powerful CEO) में से एक गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai). लेकिन उनका दिल भी पसीजता है, उनकी आंखें भी नम होती हैं. पिछले कुछ समय में देश में जो कुछ हुआ उससे हम सब निराश हुए, अपनों को करीब से खोने का दर्द महसूस किया. हर किसी की आंखें आंसुओं से भरी थीं. उस वक्त सुंदर पिचाई भी खुद को रोक नहीं पाएं और भावुक हो गए. इसका खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में किया है.

आइए जानते हैं क्या कहा सुंदर पिचाई ने…

‘महामारी ने भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित किया’
जैसा कि हम जानते हैं कोविड -19 महामारी (Covid 19 pandemic) के चलते पिछले डेढ़ सालों में दुनिया भर में 40 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इसने पृथ्वी पर मौजूद हर एक व्यक्ति को प्रभावित किया है, चाहे वह व्यक्ति आम हो या बेहद खास. Google और अल्फाबेट के सीईओ, सुंदर पिचाई को महामारी ने भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित किया है. कैलिफ़ोर्निया की सिलिकॉन वैली में Google हेडक्वार्टर में बीबीसी को दिये इंटरव्यू में पिचाई ने फ्री और ओपन इंटरनेट के लिए खतरे समेत AI को लेकर बातें की. इस दौरान उन्होंने इसका खुलासा किया.

जब बीबीसी ने पिचाई से पूछा, आप आखिरी बार कब रोए थे? इस पर पिचाई का जवाब था, ‘कोविड के दौरान दुनिया भर में मुर्दाघर के बाहर ट्रकों की लाइन देखकर मैं अपने आप को रोक नहीं पाया. वहीं, पिछले एक महीने में भारत में क्या कुछ हुआ, इससे मैं काफी प्रभावित हुआ. वो कहते हैं, भारत में अप्रैल के मध्य से मई के महीने में कोरोना की घातक दूसरी लहर देखी गई, जिसमें हजारों लोग मारे गए और इंटरनेट पर गंगा नदी में शवों की तैरतीं तस्वीरें देख मैं खुद को रोक नहीं पाया और इमोशनली टूट गया.

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‘मेरे दिल में भारत बसता है’
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने (Google CEO Sundar Pichai) ने कहा कि भले ही अब अमेरिकी नागरिक हैं लेकिन उनके दिल में भारत बसता है. 49 साल के सुंदर का जन्म तमिलनाडु में हुआ लेकिन चेन्नई में पढ़ाई की. पिचाई से जब उनके रूट्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह एक अमेरिकी नागरिक हैं लेकिन उनके भीतर भारत बसा हुआ है.

‘भारतीयों को नई टेक्नोलॉजी के लिए इंतजार नहीं करना होगा’
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बारे में बात करते हुए पिचाई ने कहा कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सबसे ताकतवर टेक्नोलॉजी के रूप में देखते हैं, जिसे इंसान विकसित करेगा और उस पर काम करेगा. वो कहते हैं, ‘जब मैं छोटा था, तकनीक के हर नए पहलूओं को सीखता था और उसे बढ़ाने के नए अवसर के बारे में सोचता था, लेकिन उसके लिए मुझे कहीं इंतजार करना पड़ता था. आज भारत में लोगों को आपके पास टेक्नोलॉजी के आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. प्रौद्योगिकियों की एक पूरी नई पीढ़ी पहले भारत में तैयार हो रही है.’

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‘मुझे हवाई जहाज पर बैठाने के लिए पिता ने बहुत कुछ किया’
इंटरव्यू में सुंदर पिचाई कहते हैं, ‘मेरे पिता ने मुझे यूएस (US) भेजने के लिए खून पसीना एक कर दिया. मेरे हवाई जहाज के टिकट के लिए उन्होंने अपने एक साल के वेतन के बराबर खर्च किया ताकि मैं स्टैनफोर्ड जा सकूं. यह मेरी पहली हवाई जहाज यात्रा थी. वैसी नहीं थी जैसी उन्होंने कल्पना की थी. अमेरिका महंगा था. एक फोन कॉल बैक होम $ 2 प्रति मिनट से अधिक था और एक बैकपैक की कीमत मेरे पिताजी के भारत में मासिक वेतन के समान थी. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने पहली बार कैलिफोर्निया राज्य में छुआ, तो वो शायद ही उन परिवर्तनों को देख पाए जो आ रहे थे. वो कहते हैं, केवल एक चीज जो मुझे यहां से वहां तक ​​ले गई, वो भाग्य के अलावा – तकनीक के लिए मेरा गहरा जुनून और खुला दिमाग था.

Tags: Business news in hindi, Google, Google apps, Google CEO Sundar Pichai


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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